मुझे सुनना काफी नहीं है, मुझे ही सुनना ज़रूरी है || आचार्य प्रशांत (2019)
2019-11-24
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग
30 अगस्त, 2019
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
अपने ढर्रों को कैसे तोड़ें?
कैसे जाने कि हमें सत्संग समझ में आ गया?
आचार्य जी को ही सुनना ज़रूरी क्यों है?
संगीत: मिलिंद दाते